मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना – पूरी जानकारी
परिचय
मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवा वर्ग को शासन और नीति निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार ऐसे शिक्षित, ऊर्जावान और नवोन्मेषी युवाओं को प्रशासनिक तंत्र के साथ जोड़ती है, जो समाज की समस्याओं को समझते हैं और उन्हें जमीनी स्तर पर सुलझाने की दिशा में कार्य करना चाहते हैं।
फेलोशिप के अंतर्गत चयनित युवाओं को विभिन्न जिलों और सरकारी विभागों में नियुक्त किया जाता है, जहाँ वे जिला कलेक्टर या संबंधित अधिकारियों के अधीन कार्य करते हैं। यह योजना युवाओं को नीति, योजना और क्रियान्वयन के व्यावहारिक पक्ष को जानने, समझने और उसमें सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान करती है।
मुख्य उद्देश्य
मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के पीछे निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
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युवाओं को शासन और प्रशासन में भागीदार बनाना।
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योजना निर्माण एवं क्रियान्वयन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ाना।
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ग्रामीण और शहरी विकास में नवाचार को बढ़ावा देना।
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प्रशासनिक सुधार के लिए जमीनी स्तर पर आंकड़ों के आधार पर सुझाव देना।
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सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता में वृद्धि करना।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
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योजना का नाम | मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना |
आरंभ वर्ष | 2015 |
कार्यकाल | 11 महीने |
मानधन | ₹70,000 प्रति माह (वर्तमान) |
कार्यक्षेत्र | महाराष्ट्र के सभी जिलों और विभागों में |
कार्य की प्रकृति | रिपोर्ट लेखन, डाटा संग्रहण, योजना मूल्यांकन, निगरानी आदि |
अधीनस्थ अधिकारी | जिला कलेक्टर / परियोजना अधिकारी |
पात्रता मानदंड
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आयु सीमा: आवेदन के समय 21 से 26 वर्ष के बीच।
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शैक्षणिक योग्यता:
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किसी भी विषय में स्नातक डिग्री।
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MS-CIT या समकक्ष कंप्यूटर साक्षरता प्रमाणपत्र।
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अन्य आवश्यकताएँ:
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महाराष्ट्र राज्य का निवासी होना वांछनीय।
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समाज सेवा या सरकारी योजनाओं में कार्यानुभव होना लाभप्रद।
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चयन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के लिए चयन निम्नलिखित चरणों के माध्यम से किया जाता है:
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ऑनलाइन आवेदन – आधिकारिक पोर्टल पर पंजीकरण और आवेदन पत्र भरना।
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ऑनलाइन परीक्षा – सामान्य अध्ययन, तर्कशक्ति, डेटा विश्लेषण और करंट अफेयर्स पर आधारित।
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निबंध लेखन – समसामयिक विषयों पर मराठी/अंग्रेज़ी में।
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व्यक्तिगत साक्षात्कार – चयन समिति द्वारा।
आवेदन प्रक्रिया (स्टेप-बाय-स्टेप गाइड)
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https://mahades.maharashtra.gov.in पर जाएं।
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“मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना” सेक्शन पर क्लिक करें।
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नया यूज़र रजिस्ट्रेशन करें।
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लॉगिन कर फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें:
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शैक्षणिक प्रमाणपत्र
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आधार कार्ड
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फोटो
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कंप्यूटर कोर्स सर्टिफिकेट
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आवेदन सबमिट करें और भविष्य के लिए उसकी प्रिंट कॉपी रखें।
दस्तावेज़ों की सूची
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जन्म प्रमाणपत्र
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स्नातक डिग्री की मार्कशीट
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कंप्यूटर कोर्स का प्रमाणपत्र (MS-CIT या समकक्ष)
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निवास प्रमाणपत्र
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आधार कार्ड
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पासपोर्ट आकार की फोटो
फेलो की भूमिका और ज़िम्मेदारियाँ
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जिला स्तर पर योजनाओं की निगरानी और मूल्यांकन।
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डाटा संग्रहण और विश्लेषण।
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रिपोर्ट और नीति सुझाव तैयार करना।
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समुदायों के साथ संवाद और प्रतिक्रिया प्राप्त करना।
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जिला प्रशासन के साथ मिलकर योजना सुधार में भागीदारी।
लाभार्थियों के अनुभव (अतीत के फेलो के अनुभव)
योजना के पूर्व फेलोज़ के अनुभव दर्शाते हैं कि यह योजना केवल शासन अनुभव ही नहीं देती, बल्कि युवा नेतृत्व, नीति दृष्टिकोण, और व्यवहारिक ज्ञान भी प्रदान करती है। कई फेलोज़ ने योजना के बाद UPSC, MPSC, NGO, नीति अनुसंधान संस्थानों आदि में सफलतापूर्वक करियर बनाया है।
सामान्य प्रश्न (FAQs)
Q1. क्या मैं स्नातकोत्तर के बाद आवेदन कर सकता हूँ?
हां, यदि आपकी आयु 21 से 26 वर्ष के बीच है।
Q2. क्या कोई तकनीकी डिग्री आवश्यक है?
नहीं, कोई भी मान्यता प्राप्त स्नातक डिग्री स्वीकार्य है।
Q3. क्या यह नौकरी है?
नहीं, यह एक सीमित अवधि की फेलोशिप है जो अनुभव आधारित है।
Q4. क्या फेलो को नौकरी की गारंटी मिलती है?
नहीं, यह एक स्किल-एन्हांसमेंट प्रोग्राम है, नौकरी की गारंटी नहीं है।
महत्व और प्रभाव
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ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं की दक्षता में सुधार हुआ है।
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प्रशासन को ग्राउंड रियलिटी का बेहतर अवलोकन मिला है।
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युवाओं में सामाजिक और प्रशासनिक जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न हुई है।
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